नानी आई
बाल काव्य सुमन संग्रह से बाल गीत
16.नानी आई
नानी आई, नानी आई
टॉफी-चॉकलेट-बिस्कुट लाई.
बेसन के लड्डू और बर्फी,
मक्खन-पेड़े और मलाई.
सुंदर-सुंदर खेल-खिलौने,
नन्हा-सा कम्प्यूटर लाई.
झूमूं-गाऊं-नाच दिखाऊं,
नानी आई, नानी आई.
बाल काव्य सुमन संग्रह से बाल गीत
16.नानी आई
नानी आई, नानी आई
टॉफी-चॉकलेट-बिस्कुट लाई.
बेसन के लड्डू और बर्फी,
मक्खन-पेड़े और मलाई.
सुंदर-सुंदर खेल-खिलौने,
नन्हा-सा कम्प्यूटर लाई.
झूमूं-गाऊं-नाच दिखाऊं,
नानी आई, नानी आई.
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बच्चों के लिए खाना-पीना, खेल-खिलौने घर में भले ही बेशुमार हों, पर नानी के घर जाकर मौज उड़ाने की बात ही कुछ और है. नानी का आना भी लाड़-प्यार और मौज-मस्ती का आलम बढ़ाता है. नानी के बारे में बचपन से ही हम सुनते आए हैं-
नानी के घर जाएंगे,
दूध-मलाई खाएंगे,
मोटे होकर आएंगे,
खूब खिलौने लाएंगे.