बहारों ने हर्षाया है
जन्मदिन तेरा आया है, बहारों ने हर्षाया है
नज़ारे झूम-झूम नाचें, खुशी ने गीत गाया है-
1.तेरा जन्मदिन आए मनाने, सूरज-चंदा-तारे
आनंद की कलियां खिलती हैं, महकें फूल निराले
नज़ारे झूम-झूम नाचें, खुशी ने गीत गाया है-जन्मदिन तेरा आया है————-
2.तेरा जन्मदिन आए मनाने, नदियां-सागर-झरने
झूम-नाचकर लहरें आईं, प्रेम से घट को भरने
नज़ारे झूम-झूम नाचें, खुशी ने गीत गाया है-जन्मदिन तेरा आया है————-
3.तेरा जन्मदिन आए मनाने, सारे तेरे प्यारे
देके दुआएं खुश होते हैं, मिलकर साथी सारे
नज़ारे झूम-झूम नाचें, खुशी ने गीत गाया है-जन्मदिन तेरा आया है————-
4.आज है तेरे जन्मदिवस की कितनी प्यारी वेला
इसीलिए तो लगा हुआ है, मन-अंगना में मेला
नज़ारे झूम-झूम नाचें, खुशी ने गीत गाया है-जन्मदिन तेरा आया है————-
लीला बहन , भाई साहब के जन्म दिन पर आप ने बहुत सुन्दर कविता लिखी है . इस से सुन्दर तोहफा किया हो सकता है . हमारी ओर से भाई साहब को जन्म दिन की लाखों वधाईआँ .और आप को भी बहुत बहुत वधाई हो . कम्पिऊतर कुछ त्रब्ब्ल दे रहा था . अब ऊपर बैड रूम में आ कर छोटा लैप टॉप इस्तेमाल करना शुरू किया है . एक बार फिर से हमारी ओर से इस पवित्र दिन पर सारे परिवार को मुबारकबाद
प्रिय गुरमैल भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि हमेशा की तरह यह ब्लॉग भी आपको बहुत अच्छा लगा. हम लोगों को बधाइयां और आशीर्वाद देने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया. ब्लॉग का संज्ञान लेने, इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.
प्रस्तुत है अत्यंत सुरीली धुन में गाने-नाचने वाला जन्मदिन गीत. आज 24 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है. इस पूर्णिमा की रात में कई प्रकार के पूजा अनुष्ठान और रीति-रिवाजों का निर्वाह किया जाता है. आज ही संयुक्त राष्ट्र संघ का स्थापना दिवस भी है. 1945 में इसकी स्थापना हुई थी.