सदा सच ही तुम बोलो ।
मीनू गोलु बंटी सुनो,पहले तोलो फिर बोलो।
जब भी बोलो कभी,सदा सच ही तुम बोलो।
सच की ताकत पहचानो,ये काम की बात है;
झूठ के होते पाँव नहीं,झूठे का क्या विश्वास है।
कभी कभी सच हमें,माना थोड़ा रुलाता है;
पर सच तो अनमोल है,यही सब को भाता है।
खुशहाल जीवन जीना है तो,वो चुनो जो नेक है;
झूठ पल-पल बदलता है,पर सच तो बस एक है।
कामनी गुप्ता ***
जम्मू !