निज देश नहीं झुकने देंगे
हम कदम नहीं रुकने देंगे,
निज देश नहीं झुकने देंगे,
हे भारत मां शत कोटि नमन,
तेरी लाज नहीं लुटने देंगे.
हैं सत्य-अहिंसा के सेवक,
इसे कायरता न कोई समझे,
दुश्मन को संभलने देते हैं,
कमजोरी न कोई इसे समझे.
हम सीमा पार नहीं करते,
अपनी सीमा के प्रहरी हैं,
जब बातों-से-बात नहीं बनती,
हम दुश्मन के तब वैरी हैं.
कायरता का हमला हम पर,
कोई करके तो देखे एक बार,
हम उसको फिर नहीं छोड़ेंगे,
बदला लेंगे हम बार-बार.
आतंक को सहना न्याय नहीं,
अन्याय सहन हम कैसे करें?
जिसे मानवता का मान नहीं,
उस दुश्मन से हम कैसे डरें?
हम सोए नहीं हैं जाग रहे,
मत समझो डरकर भाग रहे,
है विनय हमारे होठों पर,
शोलों-सी हृदय में आग अहे.
हे भारत मां शत कोटि नमन,
तेरी लाज नहीं लुटने देंगे.
हम कदम नहीं रुकने देंगे,
निज देश नहीं झुकने देंगे,
निज देश नहीं झुकने देंगे,
निज देश नहीं झुकने देंगे.
जब हम सब चैन की नींद सो रहे थे, प्रधानमंत्री मोदी बिना झपकी लिए पूरी रात जगकर जैश के कैंपों पर हवाई हमले की निगरानी कर रहे थे. हमारे जवान, पायलट, सेना प्रमुख सब डटे हुए थे. जय जवान, जय हिंद.