प्रेम गीत❤🎶
प्रेम गीत❤🎶❤🎶❤🎶❤🎶
मांगता हूँ मैं शिवा से , साथ तेरा ओ प्रिये
जिंदगी की सांस मेरी , मीत है तेरे लिये
थाम के तू हाथ मेरा , जिंदगी की चल डगर
मै मुसाफिर हूँ सफर का, तुम बनो अब हमसफ़र
दे रहें अब शिव गवाही, सुन हमारे प्यार की
चांदनी भी नेह की हो , प्रीत के श्रंगार की
प्रेम की मूरत बनो तुम, जो बनी थी राधिका
श्याम की मीरा बनो तुम, जो जपे बन साधिका
राम की तुम जानकी हो , शिव की शक्ति हो प्रिये
मांगता हूँ मैं शिवा से , साथ तेरा ओ प्रिये
गा रहा हूँ मीत मेरे, प्रीत का तुम राग हो
छू गया जो हृदय मेरा, गीत का अनुराग हो
जिंदगी की आश में तुम, श्वांस का विश्वास हो
रूह में तेरे समाया, प्रेम का अहसास हूँ
मैं किनारा तुम लहर हो, गंग तुम मैं हूं शिवा
कल्पना कैसे करूँ मैं, बोल ‘जाना’ तेरे सिवा
तुम मुरलिया श्याम की हो, मैं बन गया हूँ अधर
स्वर साधा प्रीत ने तो, तान का मधुरिम असर
बन गया मैं राधिका हूँ, श्याम बनी हो तुम प्रिये
बाग तुमसे ही सुगंधित, दिल की तुम हो कली
भाव की वो भावना भी, गोद तेरे है पली
हृदय के मंदिर सजी है, मीत की सुंदर छवि
रोशनी तुम बन गयी हो, मैं निहारूँ बन रवि
‘भानु’ की बस कामना ये, तुम बनो अर्द्धांगिनी
शांत सौम्य चांद बन के, चांदनी सी यामिनी
सात वचन फेरे लेके, हम बनायें संसार को
प्रीत के श्रंगार से अब, तुम सजा परिवार को
प्रेम का हूँ मैं पुजारी, देविका तुम हो प्रिये
मांगता हूँ मैं शिवा से , साथ तेरा ओ प्रिये
भानु शर्मा रंज
कवि एवं गीतकार
धौलपुर राजस्थान
7374060400