कविता

अभी तक मौन हूं

मर रहा इंसानियत
हो रही हैवानियत
लूट रही अस्मित
टूट रही सांस
छूट रही आस
गिर रहा विश्वास
रूकता नही प्यास
टकटकी लगा आस
सरकार से निराश
रूका हुआ विश्वास
मैं आखिर कौन हूं ,
आम जनता ही हूं
अभी तक मौन हूं।
— अभिषेक राज शर्मा

अभिषेक राज शर्मा

कवि अभिषेक राज शर्मा जौनपुर (उप्र०) मो. 8115130965 ईमेल [email protected] [email protected]