कविता

गुरु

गुरु देते  हमें ज्ञान,
अंतर्मन का मिटाते है
अभिमान।
दे शिक्षा!
जीवन को देते है,
एक नई पहचान।
कभी जीत कर
कभी हार कर
देते है जीवन को,
नव संचार।
कभी हंसकर कर,
कभी मुस्कुरा कर
कभी रुला कर,
कभी डांट कर
जान लेते हैं अंतर्मन में,
छिपी हर गहरी बात।
अपने प्रेम से
अपने ज्ञान से
देते हैं जीवन को हमारे
एक नई पहचान।

राजीव डोगरा

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- [email protected] M- 9876777233