कविता

कविता

विश्वास भरा हो मन में
स्फूर्ति जगे तन मन में

कोई कार्य नहीं इस जग में
जो पूर्ण ना हो जीवन में

तुम हार कभी  ना मानो,
चाहे कितना भी मुश्किल हो

हंसते-हंसते मिट जाएगा
हर बाधा दूर गगन में।

ईश्वर भी मदद करेगा,
विश्वास रखो निज कर्म में

जब भी तुम घबराओगे,
वह शक्ति भरेगा तुममें

चुनौती यदि सामने आए,
करो मुकाबला डट के

रहो आत्मबल  से पूरित
हर संघर्ष विजित जीवन में

  संगीता चौरडिया

संगीता चौरड़िया B.Sc. B.Ed.

पिपलिया कला (पाली) 306307 राजस्थान