गीतिका
फूल सा तो जीवन खिलाना
गम कांटे हमेशा छिपाना.
मृदु बातों को सुनते जाना
अपनी राहें सुगम बनाना .
हर रिश्ते को खूब निभाना
सीखो सबको सदा हंसाना.
नातो में तूम महक लाना
मुश्किलों में ना हार जाना .
लोग खुश जान हंसी बढाना
बात मजाक से मत चिढाना.
दिन ढले ही प्रभु गीत गाना
अपना जीवन सफल बनाना .
रेखा मोहन गीतिका १४/८/१९