नकली बत्तीसी!
जोर-जोर से सबसे अधिक देर तक हंसने की रेस में
उसे पहली बार किसी ने हराया,
आयोजक का दिमाग चकराया,
‘यह कैसे हुआ भाई!” मुझे तो समझ में नहीं आया!
इस बार नकली बत्तीसी ने अपना रंग दिखलाया.
जोर-जोर से सबसे अधिक देर तक हंसने की रेस में
उसे पहली बार किसी ने हराया,
आयोजक का दिमाग चकराया,
‘यह कैसे हुआ भाई!” मुझे तो समझ में नहीं आया!
इस बार नकली बत्तीसी ने अपना रंग दिखलाया.
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हंसने और उबासी लेने में ही नकली बतीसी के गिर जाने का डर रहता था, तो इतनी सारी पब्लिक के सामने जोर-जोर से सबसे अधिक देर तक हंसने में तो जग-हंसाई का भी डर समाया था.