फिर ये नजर हो न हो
फिर ये नजर हो न हो ,
मै और मेरी तनहाई ,
नजर आएगी ,
तुम तेरा मुस्कुराता ,
चेहरा यू खिलखिलाता ,
नाम तेरा पूजते रहूं ,
फिर ये नजर हो न हो !
जिंदगी की खेल में ,
फूलों के मेल में ,
कलियों के साथ ,
गुलाबो के हाथ ,
तू मुझे सम्मान दो ,
या मुझे उफान दो ,
मै मिलेगा फिर तुमसे ,
फिर ये नजर हो न हो !
रात की बात में ,
दिन की याद में ,
दोस्तो के साथ में ,
हसीनाओं के हाथ में ,
आंख की आशुओ में ,
दिल की धड़कन में ,
याद आ जाए तुम ,
फिर ये नजर हो न हो !
— रूपेश कुमार