गीत/नवगीत

हुनर सीख लो

बांटने से विद्या बढ़ती है विद्या को बांटने का हुनर सीख लो,
अन्न-धन को भी बांटने का हुनर सीख लो,
मान-सम्मान को बांटने का हुनर सीख लो,
प्रेम-प्यार को बांटने का हुनर सीख लो,
दूसरों की खुशी में खुद की खुशी देखने का हुनर सीख लो,
सृष्टि का एक नियम है,
जो बांटोगे वही आपके पास बेहिसाब होगा,
इसलिए जो खुद के लिए चाहो, उसे बांटने का हुनर सीख लो.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “हुनर सीख लो

  • लीला तिवानी

    जीवन एक चुनौती है- इसका साहस से मुकाबला करें,
    जीवन एक उपहार है- इसे स्वीकार करें,
    जीवन एक कष्टमय सागर है- इसे पार करें,
    जीवन एक खेल है- इससे खेलें,
    जीवन एक रहस्य है- इसे उजागर करें,
    जीवन एक कर्त्तव्य है- इसे निभाएं,
    जीवन एक गीत है- इसे गुनगुनाएं,
    जीवन एक अवसर है- इसे हासिल करें,
    जीवन एक यात्रा है- इसे पूरा करें,
    जीवन एक प्रतिज्ञा है- इसे निभाएं,
    जीवन एक पहेली है- इसे सुलझाएं,
    जीवन एक उद्देश्य है- इसे हासिल करें.

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