बाई-बाई कह दें कोरोना को
बाई-बाई कह दें कोरोना को
जो कहते हैं वो होता है।
हम जो सोचें वो कर देते
रोना भी रोना रोता है।
आइये साफ रहें हम सब
स्वच्छ मन हो – स्वच्छ तन हो।
रोग प्रतिरोधक बढ़ाएं,
ताकि कोरोना भी सहन हो।
जो हो तन-मन शक्तिशाली
कैसे कहां कोरोना होता है?
बाई-बाई कह दें कोरोना को…
कोरोना मतलब मुकुट है
जीतेगा वो गर हम में फूट है।
महामारी में दुनिया सारी
भारी-सारी टूट-फूट है।
उगता है वही प्रकृति में
जो कुछ मानव यहां बोता है।
बाई-बाई कह दें कोरोना को…
भीड़-भाड़ से दूर रहें हम
थोडा सा बंधन सहें हम।
जोड़ हाथ, कर के नमस्ते
राम-राम जी ही कहें हम।
हाथ न आए वो कोरोना के
हाथ जो बार-बार धोता है।
बाई-बाई कह दें कोरोना को…