सन्नाटा
हर गली नगर में सन्नाटा फैला है शहर में सन्नाटा
सब माल बंद हर प्रतिष्ठान गजलों की बहर में सन्नाटा
ये कर्फ्यू बहुत प्रभावी है सन्नाटा असर दिखाएगा
कोरोना की दहशत इतनी तिर रहा कहर में सन्नाटा
पनघट पर जहां भीड़ लगती मेला सा दिखाई देता था
सागर और ताल तलैया की हर एक नहर में सन्नाटा
कोराना का जीवन जितना उससे ज्यादा का कर्फ्यू है
वह भटक रहा है इधर उधर है उसके जहर में सन्नाटा
कुछ सिर्फ विरोधी मोदी के उनको विरोध ही करना है
उल्टी दूरबीन लिए हरदम है उनकी नजर में सन्नाटा
— मनोज श्रीवास्तव