समय ने चली ये
कैसी उल्टी चाल
कैद हुए इंसा घरों में
और स्वछंद घूम रहे
जानवर
कहीं नील गाय
कहीं पेंगुइन्स
कहीं हाथी
कहीं हिरण
कहीं बतखें
बड़े आराम से
हुआ अजब समय
का फेर
इंसा बंद हुए घरों में अपने
महामारी के चलते
और पंछी, जानवर ले रहे
मज़ा खुले वातावरण का
सालों से गंदी हो चुकी
नदियां भी बहने लगी
कल कल हो साफ बिल्कुल
चाहे हो गंगा, यमुना व अन्य
नदियाँ
पर्यावरण हुआ साफ
सिर्फ एक लॉक डाउन ने
कर डाले यूँ चमत्कार कई
शायद अपना तरीका है
प्रकृति का इंसा को परख
यूँ कर कैद घरों में अपने
ली समय न करवट कैसी
हुआ सब कुछ उल्टा पुल्टा
इंसा कैद घरों में
पंछी जानवर उन्मुक्त
कर रहे सैर मन मुताबिक।।
— मीनाक्षी सुकुमारन