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भजन: आपके हमारे- 1

भजन1.

एक विनती है ईश्वर, एक बार तो आ जाना,
दुख दर्द गरीबों का, तुम आके मिटा जाना।
दर छोड़ तेरे बंदे, जाएं तो कहां जाएं,
तू प्यार का सागर है, एक ज्ञान की गागर है,
तेरी बूंद के प्यासे हम, एक बूंद पिला जाना,
दुख दर्द गरीबों का, तुम आके मिटा जाना।
मेरी डूब रही नैया, अब आके बचा लो तुम,
एक तड़प रहे दिल में, अमृत बरसा जाना,
दुख-दर्द दर्द गरीबों का, तुम आके मिटा जाना।
सुबह शाम मेरे कृष्णा,तेरी बाट निहारें हम,
तेरे दर्शन को प्यासे, दिन रो रो गुजारें हम,
मीठी मधुर बंसी, की तान सुना जाना,
दुख दर्द गरीबों का, तुम आके मिटा जाना।
हम सबका तू मालिक है, दीन दुखी सबका,
तेरे प्यार की मस्ती में, तेरा नाम पुकारें हम,
चाह यही मन में, चरणों से लगा लो तुम,
एक बार तो आकर के, तुम दर्श दिखा जाना,
दुख दर्द गरीबों का, तुम आके मिटा जाना।
-कृष्ण सिंगला

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https://youtu.be/MDRyndt-R_g

भजन2.

हे प्रभु विनती हमारी, प्रेम से सुन लीजिए
दीजिए सद्बुद्धि हमको, नाम की धुन दीजिए-
1.हम जहां में ज्ञान की किरणों को बिखराएं सदा
दीनजन के दुख हटा सुख-सुमन छितराएं सदा
कामनाएं रखें कम ऐसा प्रभु गुण दीजिए-दीजिए सद्बुद्धि हमको————–
2.हम गगन की लालिमा से प्यार ही सीखें सदा
हम घटा की कालिमा उपकार की समझें अदा
रंग कोई हो हमें प्रभु रंग अपना दीजिए-दीजिए सद्बुद्धि हमको————–
3.स्नेह से सिंचित सरोवर स्नान उसमें हम करें
हो कृपा तेरी दयामय ध्यान तेरा हम धरें
आ गए हम पास तेरे शरण अपनी लीजिए-दीजिए सद्बुद्धि हमको———–
-लीला तिवानी
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भजन3.

यह विनती है भगवान तू बिगड़ी बना देना
जो नैय्या डूब रही किनारे से लगा देना-
1.सांस-सांस में तू ही समाया
तेरी धूप है तेरी ही छाया
हम बालक अनजान तू बिगड़ी बना देना- यह विनती है भगवान—–
2.तूने सारा जगत रचाया
जैसे चाहा वैसे नचाया
कर देना कल्याण तू बिगड़ी बना देना- यह विनती है भगवान—–
3.हम हैं मालिक तेरे सहारे
तू जाने दुःख-दर्द हमारे
दे सुख का वरदान तू बिगड़ी बना देना- यह विनती है भगवान—–
4.तेरी शरण में हम आए हैं
बस श्रद्धा ही संग लाए हैं
कर लेना स्वीकार तू बिगड़ी बना देना- यह विनती है भगवान—–
5.हमने तुझको अपना जाना
मात-पिता-गुरु-बंधु माना
कोई तो नाता मान तू बिगड़ी बना देना- यह विनती है भगवान—–
6.तीन लोक के तुम हो स्वामी
घट-घट व्यापी अंतर्यामी
दे दर्शन का दान तू बिगड़ी बना देना- यह विनती है भगवान—–
-लीला तिवानी
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भजन4.

प्रभुजी सबकी रक्षा करना सबके संकट सारे हरना
मन को फूलों जैसी खुशबू वाला सुंदर करना-
1.देश-विदेश में रक्षा करने वाले तुम ही दाता
हम बच्चों की देश-विदेश में दाता रक्षा करना-प्रभुजी सबकी———–
2.जल-थल-नभ में रक्षा करने वाले तुम ही दाता
हम बच्चों की जल-थल-नभ में दाता रक्षा करना-प्रभुजी सबकी———–
3.हर छिन हर पल रक्षा करने वाले तुम ही दाता
हम बच्चों की हर छिन हर पल दाता रक्षा करना-प्रभुजी सबकी———–
4.तन-मन-धन को शोभित करने वाले तुम ही दाता
हम बच्चों के तन-मन-धन को दाता शोभित करना-प्रभुजी सबकी———–
5.सबके सारे काम बनाने वाले तुम ही दाता
हम बच्चों के काम संवार के दाता दर्शन देना-प्रभुजी सबकी———–
-लीला तिवानी

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भजन5.

प्रभु हैं पालनहार सबके प्रभु हैं पालनहार
जीवन के आधार प्रभु हैं जीवन के आधार-
1.प्रभु ही नैय्या प्रभु ही खिवैया, प्रभु ही तो हैं भव से तरैया
प्रभु ही हैं पतवार प्रभु ही जीवन के आधार- प्रभु हैं पालनहार-
2.प्रभु ही जीवन देने वाले, प्रभु ही खुशियां देने वाले
करते हैं उपकार प्रभु ही जीवन के आधार- प्रभु हैं पालनहार-
3.जिसने डोरी सौंपी प्रभु को उसने ही पाया है प्रभु को
पाया प्रेम अपार प्रभु ही जीवन के आधार- प्रभु हैं पालनहार-
4.पण-कण में प्रभु आप समाए पल-पल सबको राह दिखाएं
मत कर सोच विचार प्रभु ही जीवन के आधार- प्रभु हैं पालनहार-
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https://youtu.be/T3byA-C50J4

 

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “भजन: आपके हमारे- 1

  • लीला तिवानी

    हमारे एक सम्माननीय पाठक-कामेंटेटर कृष्ण सिंगला ने एक प्रार्थना लिख भेजी है. आप लोग भी अपने भजन-प्रार्थना भेज सकते हैं, ताकि ब्लॉग भजन: आपके हमारे प्रकाशित किया जा सके.” कृष्ण भाई जी के इस नवीन प्रयास से हमने अपने भी कुछ भजन आपके समक्ष प्रस्तुत किए हैं.

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