साल नया
देकर कुछ खट्टे कुछ मीठेकुछ दुख के, कुछ सुख केकुछ दर्द के, कुछ सुकून केकुछ कड़े, कुछ राहत भरेपल हो
Read Moreहै बात तो सच्ची कितनी जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि जहाँ सूरज की किरणें जहाँ हवा के झोंके
Read Moreजब कोई पागल प्रेमी गोद देता है शरीर अपनी प्रेमिका का करके चाकू से वार कई । या फिर करके
Read Moreनन्ही सी गुड़िया टूटने से डरती बड़ा खेलने की उम्र में मत धकेलो मुझे रिश्तों के बंधनों में चूल्हे चौके
Read Moreप्रेम कभी एक पवित्र रिश्ता होता था जिसमें दो दिल एक दूसरे के साथ, एहसास , भावनाओं को न सिर्फ
Read Moreआसूँ हो या मुस्कान सुख हो या दुःख सुबह हो या दिन शाम हो या रात बसंत हो या पतझड़
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