चिंतन
मन में उठी
बयार को
कैसे बताएं हम
कैसे समझाए
अपने मन को
इसी बोझ में
दबे जा रहें हम
क्या होगा?
हमारे आगे
इसी सोच में बैठे
चिंतन से
मन को
समझाए जा
रहे हैं हम
— मनोज बाथरे चीचली
मन में उठी
बयार को
कैसे बताएं हम
कैसे समझाए
अपने मन को
इसी बोझ में
दबे जा रहें हम
क्या होगा?
हमारे आगे
इसी सोच में बैठे
चिंतन से
मन को
समझाए जा
रहे हैं हम
— मनोज बाथरे चीचली