लघुकथा

विद्या ददाति विनयं

 

लॉकडॉउन में घर बैठे – बैठे बोर हो चुकी थी वो । सोचा चलो थोड़ी तफरी कर ली जाए।

“मैडम ! आपका मास्क किधर है और किस जरूरी काम से आप बाहर जा रही हैं?” ,पुलिस वाला उसे रोकते हुए बोला ।

“मुझे रोकने की तेरी हिम्मत कैसे हुई? पता है मैं कौन हूं?” अमीर बाप की पढ़ी – लिखी बेटी गुर्राई।

“मैडम मैं तो ….” अधेड़ उम्र के पुलिस वाले ने कुछ बोलना चाहा।

“अपनी औकात में रह कर बात करो । यूं ब्ल… ” और गाड़ी में वह फुर्र से उड़ गई ।

“विद्या ददाति विनयं” का बोर्ड सामने मुंह चिढ़ा रहा था ।

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed