कवितापद्य साहित्य

हारेगा कोरोना

दुखी है सारी दुनियां
जापान से ले कर इंडिया

ऑस्ट्रेलिया से ले कर अमेरिका
बस फैला है कोरोना
दुखी है सारी दुनियांदुखी है सारी दुनियां
जापान से ले कर इंडिया

ऑस्ट्रेलिया से ले कर अमेरिका
बस फैला है कोरोना

बंद है सारे गुरुद्वारे
बंद है मंदिर सारे

बस मस्जिद में नवाज हो ना
तो फैले ना कोरोना

बंद पढ़ी है रेलगाड़ी
न चलती कोई सवारी

कैसे हो घर वापसी
अभी ये सोचो ना

रोकना है कोरोना
तो बस इतना ही करना

लॉक डाउन में घर ही रहना
घर से बाहर निकल ना

जब तक खत्म न हो कोरोना
मिट जाये ये कोरोना

दिन बीत गए इक्कीस
अब रह गए बस सोलह

फिकर अब करो ना
हारेगा ये कोरोना

संध्या चतुर्वेदी
अहमदाबाद, गुजरात

संध्या चतुर्वेदी

काव्य संध्या मथुरा (उ.प्र.) ईमेल [email protected]