कविता

सुनो साथियो

सुनो साथियो
रखना होगा संयम
करना होगा भरोषा
परिस्थितियां जो आज है
कल नहीं होंगी

मिटेगा दर्द
जागेगीं खुशियां
छटेगा दुख
होगा सुख का सवेरा

धीरज, धैर्य, मबोबल
मत खोना तुम
माना वक्त है कठिन परीक्षा का
पर मिलकर जीत जाएंगे हम

ये समय है दूरियों में
नजदीकियां बढाने की
दिल से गीले-शिक़वे मिटाने की
हर जाति बंधन से ऊपर उठकर
भाईचारे की भावना जगाने की

मत सोचो कुछ और तुम
बस इतना ही इस महामारी को मात देंना है
एक संकल्प लें हम साथ मिलकर
इस विपदा की घड़ी में
एकजुटता की मिशाल देना है
और अपने भारतवर्ष को
फिर से हरा भरा समृद्ध बनाना है।

— बबली सिन्हा

*बबली सिन्हा

गाज़ियाबाद (यूपी) मोबाइल- 9013965625, 9868103295 ईमेल- [email protected]