सब कुछ पीछे छूट गए
‘सब कुछ पीछे छूट गए’ नामक शीर्षक कविता में उनके संदेश सामयिक और बेहद महत्वपूर्ण है, यथा-
“इंजीनियर बनते-बनते जिम्मेदार हम बन गये,
और एक दिन आखिर सबकुछ पीछे छूट गए ।
हाँ, सब कुछ पीछे छूट गए, अभियंता बनते-बनते,
जिम्मेदार कब हम बन गये, मालूम भी नहीं चला ।
जब भी याद आती है, इंजीनियरिंग कॉलेज के वो चार साल,
मन सुपरसोनिक से भी अरबों गुने रफ्तार में निकल जाते !
उन जो भूली-बिसरी यादें बन, उन लम्हों की खोज में,
कभी हमें गुदगुदाती है, तो कभी हमें रुलाती है ।
कितने किये थे मेहनत, उस जुनून को पाने के लिए !
कितने ही किये थे इंतजार, उन दोस्तों से मिलने के लिए !
जिन्हें जानते भी नहीं थे, न जानने का प्रयास किए थे ,
साल दर साल खत्म होते-होते वो भी बिछुड़न दे गए ।
अजीब थी वह दुनिया, कोई सुबह, कोई दोपहर जगते थे,
बाथरूम-वाशरूम जाने के लिए, हमेशा ही झगड़ते थे ।
12वीं में जब थे, मेहनतकश-मजदूरी ही था एकमात्र रास्ता,
इंजीनियरिंग कॉलेज आने का और अच्छी नौकरी पाने का ।
पर पता न चला हम सबको कि कब चार साल गुजर गए,
हम इतने बड़े कब होंगे, छुटकन से बड़कन बोल गए ।
लेकिन उन सालों में अजीब संस्कार हमें मिले,
किसी के पैंट उतारने का, गिरेहबान में झांकने का ।
ये हँसी-मजाक था, क्लास बंक कर हम कर लिया करते थे,
तब कॉमनरूम में फिल्में कम ही चला करते थे ।
अजीब हालात थे, खाने के लिए हम मेस में लड़ा करते थे,
खाना मिल जाने पर, डस्टबिन में फेंका करते थे ।
क्लास की क्या ? जब सिर्फ घंटी बजा करती थी,
राम-रहीम याद आते थे, पर कभी इन्सां न मिले, न हनी ।
प्रोजेक्ट के नाम पर, बस पन्नों को हम भरा करते थे,
एग्जाम की सुबह उसे micro कर लिया करते थे ।
यह अपना कॉलेज था, यहां सब माफ था ,
अन्ना की अनशन को भी पार्टी में हम बदल दिया करते थे ।
कोई घास हमें नहीं देती थी, वैसे भी भला कोई क्यों दे घास,
क्योंकि घास के नाम पर , यहां बस जंगल ही होते थे ।
रिजल्ट आते ही, लालजी की थाली सजती थी
पर अंकों पर चर्चा, गदहे ही किया करते थे ।
लालजी नाम आते ही, उनके परिवार याद आते हैं,
खाना में हमें जो, प्रेम के गूढ़ अर्थ समझाते थे ।
Snapdeal का डिब्बा, न कभी हम भूला करते हैं,
ब्रूनी का ताजमहल, वो उसमें ही सजा करते थे ।
मुमताज तो उन्हें नहीं मिली, ताज भी न जा सके,
पर हमारी खुशियों में, वो खुश रहा करते थे ।
याद आते है वो लम्हें अब, बीत जाने के बाद,
सिर्फ साथ रहते हैं, फेसबुक व what’s app के साथ।“