सोमनाथ चटर्जी : व्यक्ति और पार्टी से ऊपर है राष्ट्र
10 बार लोकसभा सांसद, किन्तु ममता बेनर्जी से एकबार हार हुई । ‘लोकसभा अध्यक्ष’ के चैलेंजिंग रोल में रहे । उन्होंने बताया कि ऐसे पद प्राप्त होते ही कोई भी किसी पार्टी के नहीं होते ! परंतु पार्टी की सोच ईमानदार नहीं थी ! उन्हें अमेरिकाजन्य कार्य के प्रसंगश: इस्तीफा नहीं देने पर पार्टी ने उन्हें निकाला।
कलकत्ता हाई कोर्ट में जज और हिन्दू महासभा के टिकट से जीते लोकसभा सांसद निर्मलचन्द्र चटर्जी के पुत्र सोमनाथ चटर्जी पिता के विपरीत कम्युनिस्ट थे । कैंब्रिज में शिक्षा पाए और ईमानदारी से डिगे नहीं। असम के तेजपुर में 25 जुलाई 1929 को जन्म लिए सोमनाथ चटर्जी भी अधिवक्ता रहे हैं ।
सभी राजनीतिक दलों से इनके मित्रवत संबंध थे । वाजपेयी जी से इनकी छनती खूब थी । 90 वर्षीय सोम’दा का निधन 13 अगस्त को हो गया ।