आओ करें हम जल का दान
महाज्ञानी थे
ऋषि मनीषी
जल की महिमा का
था उनको ज्ञान ।
जरूरत को जोड़ कर
व्रतोपासना से
हमें करना सिखाया
जल का सम्मान ।।
निर्जला एकादशी को
रह कर प्यासा
समझे मानव
पुरखों का ज्ञान।
बूंद- बूंद को
रखो सहेज कर
जल में बसते हैं
हम सबके प्राण ।।
भीषण गरमी में
जल करके वितरित
मानव सीखे
करना कल्याण ।
जल जीवन है,
है अनमोल रतन यह
आओ करें हम जल का दान।।
अंजु गुप्ता