बनेंगे हम विश्व के
बनेंगे हम विश्व के
अपनी कला को
अपने साहित्य को
अपने विचार को
आदर के साथ लेते
एक दूसरे के साथ बाँटते
एक दूसरे की मान्यता देते
एक दूसरे का मान – सम्मान दिलाते
आगे के आगे हम
मानवता की ओर
एक ही परिवार का
बनेंगे हम विश्व के ।
आधुनीकी तकनीकी के सहारे
मिलेंगे हम एक दूसरे से
विज्ञान के इस वरदान का
सदुपयोग हम करेंगे
परिचित करायेंगे हम
एक दुसरे के
अपनी भाषा – रहन – सहन
जीवन के विभिन्न ढंग को
गौरवान्वित होंगे एक दूसरे से
प्रेम, भाईचारे की भव्यता को
इस दुनिया में गढ़ते चलेंगे ।
ऊंच – नीच, अमीर – गरीब,
जाति – धर्म की अहंमान्यताएँ
मनुष्य – मनुष्य के बीच में
बाधक नहीं बनने देंगे
सीखेंगे हम
एक दूसरे से
नयी – नयी बातें जो
मनुष्य के हित के हों
वो अपने दिल में भरते
जिंदगी का मूल्य
हम निकालते चलेंगे
प्रगति का अर्थ
हम बनाते चलेंगे
बनेंगे हम विश्व के
बनेंगे हम विश्व के ।