बाल कविता जंगल में चुनाव महेंद्र कुमार वर्मा 11/07/2020 जंगल मे चलने लगी,अब चुनाव की चाल ,झट से ओढ़ी शेर ने ,सज्जनता की खाल, सज्जनता की खाल, हुई बकरी मतवाली,हाथी हुआ शरीफ ,करे वन की रखवाली ,करे मुनादी ऊँट ,सभी कुछ होगा मंगल ,जीतेंगे फिर शेर ,हँसेगा फिर ये जंगल। — महेंद्र कुमार वर्मा