लघुकथा

आओ ट्विस्ट करें

‘आओ ट्विस्ट करें’, चाय बनाते-बनाते मंगला यह गाना गा भी रही थी और ट्विस्ट भी कर रही थी.

”वाह! क्या धुन चढ़ी है मंगला को! अरे ये क्या छेड़ रखा है ‘आओ ट्विस्ट करें’ आज कोई अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस है क्या? वह तो 29 अप्रैल को निकल गया!” मां ने कहा.

”लो बोलो, नृत्य करने के लिए भी अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस की आवश्यकता होती है क्या? नृत्य तो कभी भी कहीं भी किया जा सकता है!”

”कभी भी कहीं भी का क्या मतलब है?”

”देखो न मां, पूरी दुनिया कोरोना के डर से भयभीत है. डर के मारे लोगों ने उदासी ओढ़ ली है और हंसना-मुस्कुराना, गाना-बजाना-डांस करना ही छोड़ दिया है, लेकिन आइसोलेशन सेंटर में कोरोना मरीज ने बजाई बांसुरी, दूसरे मरीजों ने किया बिहू डांस.”

”जानें कैसे कर लेते हैं, इतने डरावने माहौल में भी डांस, वो भी आइसोलेशन सेंटर में!” मां की हैरानगी स्वाभाविक थी.

”मां, इसके लिए तो बस मन को मनाने की जरूरत होती है. मरीज को बांसुरी बजानी आती थी, उसने खाली समय का सदुपयोग करने और अपने मन को खुश करने के लिए बांसुरी बजाई, उसकी धुन पर दूसरे मरीज डांस कर रहे हैं. असम के लोगों को बिहू डांस बहुत पसंद है, इसलिए असम के पारंपरिक लोकनृत्य बिहू के स्टेप भी कर रहे हैं. उदासी के बादल छंट गए, आशंकाओं और अनिश्चितताओं की धुंध हट गई, आनंद की बरखा हो गई, यही तो है नृत्य की खासियत!”

”नृत्य से इतने लाभ होते हैं?”

”मां, नृत्य की महिमा अपरंपार है. नृत्य न केवल आत्म-अभिव्यक्ति का एक रूप है, बल्कि अपने फिटनेस भागफल को ‘ऊँचा’ करने का एक शानदार तरीका भी है. नृत्य से तन-मन खुश तो होता ही है, मज़ेदार होने के अलावा, नृत्य हमारे स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के लिए बेहद फायदेमंद है.” चाय छानते-छानते मंगला ने कहा.

”वो कैसे?” मां की जिज्ञासा चरम पर थी.

”यह शरीर के आकार को समीचीन बने रहने में मदद करता है, लचीलेपन और ताकत को बढ़ाता है, मनोभ्रंश को कम करता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है, हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करता है. इसके अलावा वजन में कमी लाता है, तनाव से राहत दिलाता है, याददाश्त को बढ़ाता है और धीरज को बनाए रखने में मदद करता है.” मंगला पूरे मूड में थी.

”चल फिर तू गा, मैं भी तेरे साथ तनिक ट्विस्ट करूंगी, फिर बैठकर आराम से चाय पिएंगे.” कमर में साड़ी खोंसते हुए मां ने कहा.

”आओ ट्विस्ट करें, ज़िन्दगी है यही……” गाने के साथ नृत्य शुरु हो गया था.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “आओ ट्विस्ट करें

  • लीला तिवानी

    चाय बनाते-बनाते अपने मनपसंद गाने ”अपलम चपलम चप लाई रे” या किसी अन्य को गाते या सुनते हुए तनिक ट्विस्ट करके देखिए, क्या आनंद आता है!

Comments are closed.