विद्वान संगे-संगे
भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के संदेश और हस्ताक्षर (ऑटोग्राफ) लिए मुझे प्रेषित पोस्टकार्ड । यह फरवरी 1996 की बात है, श्रद्धेय अटल जी तब लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता थे और मैं लखनऊ से प्रकाशित साप्ताहिक ‘शोषित दर्पण’ का बिहार प्रतिनिधि था।
●●
झारखंड (प. सिंहभूम) के राष्ट्रीय स्तरीय चित्रकार श्री हरिश्चन्द्र महतो; जो पलक झपकते ही किसी के श्वेत-श्याम फ़ोटो को पेंसिल से A4 साईज़ पेपर पर उतार डालते हैं, तो किसी भी विहंगम दृश्य को कुछ ही मिनटों में कैनवास में उकेर डालते है ! वे इसके साथ ही शिक्षा स्नातक हैं, तो राष्ट्रीय स्तर के हिंदी निबंध प्रतियोगिताओं में अव्वल भी आए हैं ! वे थल, जल, वायु सहित कई पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा भी कर चुके हैं ! पुस्तकद्वय ‘पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद (शोध)’ और ‘लव इन डार्विन (नाट्य पटकथा)’ के साथ चित्रकार श्री हरिश्चंद्र जी । बहुत-बहुत आभार। आप अपने ‘मिशन’ के चरमोत्कर्ष तक जाइये और चित्रकारिता के एवरेस्ट पर ‘राष्ट्रध्वज’ फहरा ही डालिये ! पुनश्च आभार और सादर धन्यवाद!
●●