भाषा-साहित्य

गीतकार गुलजार

गुलज़ार साहब को जन्मदिवस की शुभकामनाएं, पर वे अपना जन्मदिन मनाते नहीं हैं ! हिंदी सिनेमा के प्रख्यात गीतकार व कवि ‘गुलज़ार’ जी के जन्मदिवस (18 अगस्त) पर उन्हें अनंत शुभमंगलकामनाएँ, किन्तु वे अपना जन्मदिन मनाते जो नहीं हैं !

पूरा नाम ‘सम्पूरन सिंह कालरा’ है, जो कार मैकेनिक थे, किन्तु ‘गुलज़ार’ उपनाम ने उन्हें वैश्विक ऊँचाइयों दी, जिस भाँति से UNO में हिंदी में भाषण देनेवाले पहले व्यक्ति भारत रत्न अटल जी थे, वहीं विदेशी संस्थान व अमेरिकी संस्थान Ford Foundation के International Fellowship के लिए हिंदी में साक्षात्कार देनेवाला मैं भी पहला भारतीय हूँ।

गुलज़ार साहब के हिंदी गीत ‘जय हो….’ को ‘ऑस्कर अवार्ड’ मिला था, जोकि इस मंच से हिंदी के लिए पहलीबार वैश्विक सम्मान की बात रही, किन्तु ऑस्कर अवॉर्ड समारोह का निश्चित ‘ड्रेस कोड’ व पेंट-शर्ट व सफारी-कोट नहीं पहनने के कारण व धोती और पायजामा में समारोह में प्रवेश की इजाजत नहीं मिल पाने से विक्षुब्ध होकर उन्होंने अपने तरफ से ऑस्कर अवार्ड समारोह का बॉयकाट किया ! ऐसे हैं, हिंदी और भारतीय संस्कृति के संरक्षक ‘गुलज़ार’ साहब शतायुजीवी हों ! ऐसी मेरी कामना है !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.