‘जगन्नाथ’ चले गए, कई मिश्र’ण छोड़ गए !
अतिमहत्वाकांक्षी डॉ. जगन्नाथ पर पहलीबार बड़े भाई माननीय ललित नारायण मिश्र की हत्या का षडयंत्र रचने का आरोप लगा था । ….तो कई महिला व्याख्याताओं से प्रेम-संबंध को लेकर वे कुचर्चा में भी रहे ! वैसे उनकी पत्नी भी उनसे 10 वर्ष छोटी थी ! काँग्रेस, फिर राष्ट्रवादी काँग्रेस, फिर जनता दल यूनाइटेड….. ये इन पार्टियों में रहे ! माननीय पी वी नरसिंहराव की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, तो उनके पुत्र श्री नीतीश मिश्र श्री नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री थे।
डॉ. मिश्र पिछले कुछ वर्षों से “मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान” के संरक्षक थे, जिनके तत्वश: उनसे मिलने का मुझे भी अवसर प्राप्त हुआ था । बिहार में उनके अंतिम कार्यकाल में शिक्षकों के वेतन अप्रत्याशितरूपेण बढ़ाये गए थे, जिनके लिए तमाम नियमित शिक्षक उनकी याद करते हैं ! सादर नमन और भावभीनी श्रद्धांजलि, डॉक्टर साहब !