कविता

जिंदगी के इम्तिहान

जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*टूटे सपनो के साथ कैसे जीता है जीवन कोई,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?

जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*टूटे पंखों के साथ आकाश से गिरे पंछी सा हाल,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?

जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*बीच समंदर में जैसे प्यासा रह जाता है कोई,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?

जिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ?
*देखा है,बहते झरने को हो कभी रुकने का डर,*
मुझे देखने के बाद और कुछ देखना बाकी है क्या?

नीरज त्यागी

पिता का नाम - श्री आनंद कुमार त्यागी माता का नाम - स्व.श्रीमती राज बाला त्यागी ई मेल आईडी- [email protected] एवं [email protected] ग़ाज़ियाबाद (उ. प्र)