8 प्रसंगावेदित क्षणिकाएँ
1.
अशोभनीय
कई चीजें हैं,
जो शोभा नहीं देती !
अपने से कई बरस छोटी
या बड़ी युवती को
पत्नी बनाना
क्या शोभा देती है ?
क्या यह हमारी मर्यादा है ?
2.
उत्तर की तलाश
अगर शादी करना
‘खुशी’ होती,
तो नवविवाहिता
ससुराल जाते रोती क्यों?
…और वहाँ उस रात
कराहती क्यों ?
उत्तर की तलाश
अब भी जारी है !
3.
ब्लॉक
मित्रो !
मेरे कुछ पोस्ट अच्छे न लग रहे,
तो उसे छोड़
आगे बढ़ जाइये !
अगर सभी पोस्ट
अच्छे न लग रहे हो,
तो मित्रता कैसी?
ब्लॉक कर दीजिए !
4.
सामान्यजन
क्या यह सच है
द्रोपदी के 5 पति थे?
धृतराष्ट्र के 101 संतान थे?
राधा दूसरे की विवाहिता थी?
फिर तो हम सामान्य नर हैं !
5.
माहिर
लुप्त होती जा रही है दिल !
पर हाँ !
आज जो….
खरीद-बिक्री करने में है
माहिर,
उन्हीं के पास है दिल !
6.
ब्राह्मी लिपि
क्यों नहीं चाहा ?
अँग्रेज़ और कम्युनिस्ट
इतिहासकारों ने
‘ब्राह्मी लिपि’ को
पढ़ना !
7.
ससुर भी मंत्री
पूर्व वित्त मंत्री
अरुण जेटली के
‘ससुर’ पंडित डोगरा भी
जम्मू-कश्मीर के
यानी शेख अब्दुल्ला की
सरकार में ‘वित्त मंत्री’ थे !
8.
जन्मदिवस
चाँदनी बार,
पेज थ्री
जैसे- राष्ट्रीय पुरस्कृत
हिंदी फ़िल्मों के निर्देशक
‘मधुर भंडारकर के
जन्मदिवस पर
हृदयश: शुभकामनाएं,
शुभ हृदकामनाएँ !