आगे बढ़ते जाना है
जीवन की बहती धारा में,
आगे बढ़ते जाना है,
नदियां-सागर आंधी-पानी,
में भी चलते जाना है .
हिम्मत अगर नहीं हारेंगे,
जीवन होगा स्वर्ग समान,
वरना जीवन की राहों में,
बिछ जाते कांटे अनजान.
जीवन की बहती धारा में,
आगे बढ़ते जाना है,
नदियां-सागर आंधी-पानी,
में भी चलते जाना है .
हिम्मत अगर नहीं हारेंगे,
जीवन होगा स्वर्ग समान,
वरना जीवन की राहों में,
बिछ जाते कांटे अनजान.