सार्थक विन्यास के लिहाजतन
कई स्थापित शैक्षणिक संस्थानों में अंग्रेजी अध्यापन से लेकर अंततोगत्वा इंटरस्तरीय विद्यालय में शिक्षिका श्रीमती नेहा कुलकर्णी, जो अंग्रेजी में स्नातकोत्तर और शिक्षा स्नातक हैं। फ़िलवक्त एम एड व एम फिल करने के प्रति औत्सुक्य हैं !
कटिहार, बिहार के एक आदरणीय स्वतंत्रता सेनानी की पौत्री नेहा जी छात्राओं के बीच ख़ासे लोकप्रिय हैं। नेहा मैडम के हाथों पुस्तकद्वय ‘पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद (शोध)’ और ‘लव इन डार्विन (नाट्य पटकथा)’…. सार्थक विन्यास के लिहाजतन !
एक मुक्तक के साथ यह कहना है–
‘कमजोर आदमी से
दुश्मनी मत लीजिये,
वरना वे आपको
तब पटखनी देंगे,
जब आप
इस बात को लेकर
किसी प्रकार की
कल्पना तक
नहीं कर सकते !’