5 जीवंत क्षणिकाएँ
1.
साधना जी
‘झुमका गिरा रे बरेली के बाज़ार में’
और ‘लव इन शिमला’ की
अभिनेत्री
तथा चूड़ीदार पायजामा
और साधना कट बाल की
आश्चर्यतम आविष्कारिका
‘साधना’ जी की
जन्म-जयंती पर
सादर नमन
और विनम्र श्रद्धांजलि !
2.
नारीमुक्ति
उपवास स्त्रियों के लिए
मर्दवादी समाज में
‘गुलामी’ का प्रतीक है !
इससे हम
नारीमुक्ति की बात
कैसे कर सकते हैं ?
3.
कारक
रोग के कारक कौन ?
रोगाणु,
विषाणु,
जीवाणु
या खुद हम !
4.
नौकर
एक दिन पति को
परमेश्वर यानी स्वामी मानती हैं ?
फिर 364 दिन तो
पति को ‘नौकर’ ही
समझती है !
5.
तुहार खातिर क्या ?
हे स्त्री !
पति खातिर
तीज़-करवाचौथ
पुत्र खातिर जिउतिया;
भाई खातिर रक्षा-बंधन
पर तुहार खातिर
उसने क्या किया ?