विविध

विज्ञान प्रमाणित तर्क को मानता है

विज्ञान तर्क को मानता है और मैं आस्थावान धार्मिक नहीं हूँ, निराला जी । आपने मेरे यहाँ कई वर्ष समय बिताया है । मैंने 25,000 से अधिक पुस्तकों का अध्ययन किया है, इसलिए तार्किक हूँ, और सोशल मीडिया के माध्यम से अपना तर्क को रखता हूँ और मैं तो अदना-सा तर्ककार भर हूँ ! यह जानना-पहचानना क्या है ?
आपके कमेंट पर कोई हस्तक्षेप करेगा, तो उसे कहेंगे ‘मुझे जानते नहीं’ ! किसी के पोस्ट पर तर्क दीजिये, स्वमेव आपको जान जाएंगे ! उपनाम के अनुसार ‘निराली’ अंदाज़ भी रखिये ! …. और हाँ, जावेद जी अच्छे चित्रकार और शायर भी हैं तथा मेरी उम्र के हैं ! जब सोशल मीडियापर बात हो रही है, तो तर्क या कुतर्क यहीं रखिये ! अलग से मिलना जैसे प्रश्न मुझे ऐसा लगा, जैसे कोई कह रहे हैं ‘हम आपको देख लेंगे’ !
मित्रता दोनों तरफ से होती है । विकट संकट में भी मित्रता कायम रखना दोनों का दायित्व है ! आप सम्भवत: 1997 में मैट्रिक किए हैं, तो छोटे है ही ! इसमें दो राय नहीं ! मेरे तरफ से मित्रता कायम रहेगी ! आपकी बात के लिए आपकी मर्जी ! विचार जहाँ सेट नहीं करें या तर्क से विमुख होना  और इसपर आप कमेंट करते हैं या नहीं ! ये तो आपकी मर्जी है, इसपर मैं क्या कह सकता हूँ ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.