कविता
किस बात पे खफा हुए
की आप यूँ बेवफा हुए….
हमने तो की थी इश्क़ बड़ी शिद्दत से
ख्वाबों ख्यालों में भी बसाया था तुम्हें…..
आप यूँ बिन कुछ कहे
मुझसे क्यूं दूर चले गए…..
सांसो में महक आज भी है
गर्माहट का अहसास आज भी है
तेरे साथ होने का जिंदा मिसाल
मेरी सांसों में आज भी है
तू मेरे सीने में है
तू मेरे जीने मे है
इन्तेजार आज भी है
राह में खड़ा एक बेसब्र दिल आज भी है….