बेपूँछ कुत्ते
किसी की सफलता
इस बात का सबूत है
कि बाकी सभी भी
सफल हो सकते हैं,
किन्तु निरंतर सार्थक प्रयास हो !
अब्राहम लिंकन ने कहा।
××××
खुशी पहले से
तैयार नहीं मिलती !
ये हमें अपने कार्यों से ही
बनानी पड़ती है !
दलाई लामा ने कहा।
××××
महामारी जारी है….
हम घर से उतना ही बाहर निकलें,
जितना कि नेता
‘इलेक्शन’ जीतने के बाद
घर से बाहर निकलते हैं !
××××
बिहार में
महामारी और बाढ़,
फिर भी इहाँ
‘बाढ़’ के नीतीशे कुमार !
××××
ऐसे मित्र भी हैं,
जो इस प्रत्याशा में
परीक्षा में शामिल नहीं होते
कि उनकी तैयारी
पूरी नहीं हुई है !
..और शायद
ताउम्र होगी भी नहीं !
××××
कहते हैं,
कुत्ते की पूँछ
सीधी नहीं होती,
पर अफ़सोस है,
मनुष्य में जो कुत्ते होते हैं,
उनकी पूँछ होती ही नहीं
यानी बेपूँछ कुत्ते !