नजर उतरब
कोरोना के नाम
पाँच-पाँच
लॉक
और
डाउन,
साँच को ना-ना आँच !
××××
लॉकडाउन 5.0 में
ढील के साथ ढाल भी रहेगी,
ऐसा सुगवा कक्का कह रहे थे,
पर यह ढाल क्या है, कक्का ?
××××
जिनके उपनाम
‘कर’ हो,
वो महान होते हैं,
मंगेशकर,
तेंदुलकर,
पाटकर
या आयकर
और नौकर !
××××
कहाँ गए वो दिन
जब लोग
नींबू, प्याज, मिर्च को
काला धागे से पिरोकर
घर के आगे,
गाड़ी के आगे,
दुकान के आगे
नजर उतारने के लिए
टाँगते ?