कविता

पी. एल. एस. एन. जी. एच. एस. एस., मनिहारी – परिवार

 

नव प्रतिपल सूर – नर; कि पल – पल सईदुर सर।
धीर – वीरांगना अंजन श्री; लिए पूज्या अंजना कुमारी।
अभय मधु लिए भाई विजय; कि नववर्ष की जय – जय।
वृहद कर्म अनुशासित ईला; है नव – संचरण की सुशीला।
एक अन्वेषण सबों की खोज; प्रेम में विचरते हैं मनोज।
कि तभी घड़ी अनथक किए टिक – टिक; मधुर जी आस्तिक।
नहीं भेद नेक – चलन लेश; है वो प्यार की लालिमा राजेश।
है कृष्ण, खुदा या राम – रहीम; सबमें करते अट्टहास भीम।
राजनीतिक विज्ञान है, पर इसमें खामोश; अहा! कश्यप आशुतोष।
उषाकाल प्रांतर दिवाकर है; विलोमित सुधांशु सुधाकर है।
वो विज्ञान के अज़ीब ख्वाब; जीयो मोरे ओ’ तौवाब।
गणित विधा के आशुतोष; है बड़ भोला, है संतोष।
रिज़वान की रही आशिक़ी; रही बीती साल भी फ़ीकी – फ़ीकी।
निशा में वो रहस्यमयी चश्मि; नित्य स्व – आलोकित रश्मि।
कि प्रेम – पकोड़ी लिए चले भिंड; गंभीर – उतावले हैं अरविंद।
नमो नमामि लिए हर क्षण बँधी; लिए प्रतिपल सिद्ध सिद्धि।
हर – सोल में जगायी उत्सुकता; सतत कर्त्तव्यासीन सरिता।
धिक जीवन अंदरतम संघर्षता; साफ मन की है श्वेता।
ओ’ अपना शाहजादा सलीम; कर चले हम फिदाए हलीम।
हाँ, स्नेह लिए कुलकर्णी नेहा; कि खूब शुभ – शुभ कहा।
अंत सुखद कि सबको देकर आशीष; है सिंह, पर गंभीर नफ़ीस।
नववर्ष, मकर संक्रांति, गणतंत्र-आनंद; कि कह रहा पाल सदानंद!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.