राजनीति

बिहार के चाणक्य

पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुनाथ झा की दूसरी पुण्यतिथि पर सादर नमन और श्रद्धांजलि…. श्री लालू प्रसाद जब पहलीबार संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बन पा रहे थे तथा एक और पूर्व मुख्यमंत्री श्री रामसुंदर दास इस पद हेतु चट्टान की तरह खड़े और अडिग थे, तब माननीय श्री शरद यादव ने अपने चहेते श्री लालू प्रसाद को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोटिंग प्रक्रिया अपनाए और श्री रघुनाथ झा को डमी उम्मीदवार के तौर पर खड़ा कर दिए, जिससे जनता दल के वोट का बँटवारा हुआ और श्री झा के कारण ही श्री लालू पहलीबार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए।

अगर श्री झा नहीं रहते, तो श्री लालू कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाते और न ही आज सलाखों के पीछे रहते ! ख़ैर ! यह तो अतिमहत्वाकांक्षा का परिणाम था । श्री झा कई बार सांसद और विधायक रहे तथा केंद्र के यूपीए सरकार में राज्यमंत्री भी रहे । चाणक्य की भूमिका में रहे श्री झा अगर थोड़े से हटकर सोचते, तो वे बिहार के मुख्यमंत्री अवश्य रहते ! उनके निधन से हमने बिहार के एक और चाणक्य को खोया !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.