बिहार के चाणक्य
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुनाथ झा की दूसरी पुण्यतिथि पर सादर नमन और श्रद्धांजलि…. श्री लालू प्रसाद जब पहलीबार संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बन पा रहे थे तथा एक और पूर्व मुख्यमंत्री श्री रामसुंदर दास इस पद हेतु चट्टान की तरह खड़े और अडिग थे, तब माननीय श्री शरद यादव ने अपने चहेते श्री लालू प्रसाद को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोटिंग प्रक्रिया अपनाए और श्री रघुनाथ झा को डमी उम्मीदवार के तौर पर खड़ा कर दिए, जिससे जनता दल के वोट का बँटवारा हुआ और श्री झा के कारण ही श्री लालू पहलीबार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए।
अगर श्री झा नहीं रहते, तो श्री लालू कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाते और न ही आज सलाखों के पीछे रहते ! ख़ैर ! यह तो अतिमहत्वाकांक्षा का परिणाम था । श्री झा कई बार सांसद और विधायक रहे तथा केंद्र के यूपीए सरकार में राज्यमंत्री भी रहे । चाणक्य की भूमिका में रहे श्री झा अगर थोड़े से हटकर सोचते, तो वे बिहार के मुख्यमंत्री अवश्य रहते ! उनके निधन से हमने बिहार के एक और चाणक्य को खोया !