वसंत पंचमी
छंदबद्धता से परे
मुक्तछंद की ओर,
अल्पप्राण से आगे बढ़
महाप्राण बना
‘राम की शक्तिपूजक’
और सरोज के पिता यानी
निराली स्वभाव के धनी
‘निराला’ यानी
पं. सूर्यकांत त्रिपाठी के
जन्मदिवस
वसंत पंचमी की मिति पर
ऐसे महान आधुनिक कवि को
सादर नमन !
श्रीपंचमी व वसंत पंचमी
माघ शुक्ल पंचमी की तिथि को
सनातन धर्मावलम्बियों द्वारा
देवी सरस्वती की
पूजा -अर्चना किये जाने की
आस्थाजनित परंपरा है….
विद्या, बुद्धि और श्री की
आराध्यदेवी को
शुभ -शुभ नमन !