कविता

मुहब्बत….

मिली है जो मुहब्बत मुझे
प्रकृति का एक खूबसूरत एहसास है

चांद तारे सूरज नदियां झरनों की तरह
एक अनमोल उपहार है

हजारों रंग उतर आई है जिंदगी में
हर तरफ खुशियों की महक छाई है

दुनिया ही बदल जाती है प्रेम में
दर्द में भी मिलती है ठंढक सुकून का

तन-मन का कोना कोना
होता है डूबा एहसासों के गर्त में

हर लम्हा परखता है वक्त
जीने मरने का….💟

*बबली सिन्हा

गाज़ियाबाद (यूपी) मोबाइल- 9013965625, 9868103295 ईमेल- [email protected]