ढिबरी युग के बाद
बिजली कट जाने के बाद
चुन्नू पढ़ने नहीं बैठते हैं
मैडम खाना नहीं बनाती है,
मोबाइल चार्ज नहीं हो पाती है,
इस्त्री नहीं हो पाता है,
रातभर नहीं आए बिजली,
तो…..
रात का भोजन बंद,
क्योंकि मैडम की सीरियल
जो नहीं चली !
ढिबरी युग से हम
काफी आगे निकल चुके हैं
यानी बिजली गुल,
तो डिब्बा बंद !
जिसने प्रसव वेदना झेलकर
और मुझे खूब रुलाकर,
किन्तु पिता
और परिवार को
मुस्कराने का
अवसर प्रदान की !
कैसी हो मेरी प्यारी माँ ?
जब बेटी-बेटे समान है,
तब कई ‘अभियान’
चलने के बाद भी
बेटी-जन्म पर सिर्फ़ ‘मिठाई’
और बेटे के जन्म पर
‘भोज’ व ‘पार्टी’ क्यों ?