कविता

कविता सचमुच बसंत है

क्या सचमुच बसंत है

जिसमें नहीं

दिखते हैं

पेड़

जिनमें था कुछ पंक्षियो का घरौंदा।

जिसमें रहते थे

कुछ बच्चे

जिनसे छीन लिया गया

जीवन उनका

और देखने वाले

देखते रहे

— अभिषेक जैन

 

अभिषेक जैन

माता का नाम. श्रीमति समता जैन पिता का नाम.राजेश जैन शिक्षा. बीए फाइनल व्यवसाय. दुकानदार पथारिया, दमोह, मध्यप्रदेश