अज्ञेय जी के प्रति
अज्ञेय जी के
जन्मदिवस पर
सादर नमन…..
प्रयोगधर्मी कवि
और कथाकार
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन
‘अज्ञेय’ के जन्मदिवस पर
नमन….
वे कवि
और लेखक के
साथ-साथ
स्वतंत्रता सेनानी भी थे
तथा एतदर्थ जेल भी गए।
वे भारत भ्रमण सहित
कई देशों की
यात्रा भी किये।
‘शेखर : एक जीवनी’
उनकी प्रसिद्धि प्राप्त
उपन्यास है।
‘आँगन के पार द्वार’,
‘कितनी नावों में कितनी बार’ आदि
काव्य-कृतियाँ हैं।
उन्हें ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’
और ‘भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार’ भी
प्राप्त हुए।
उनका कहना है-
पथभ्रष्ट हो जाओ,
कोई बात नहीं;
किंतु
लक्ष्यभ्रष्ट मत होओ !