कविता

पायल और घुँघरू

विधा – चोका

पायल और घुँघरू

माथे बिंदिया,

बँधी पग पायल,

मुरीद पिया ।

और दूजी तरफ …

बजे घुँघरू,

फिर सारी रतिया,

ढला यौवन

तायफ़ा* की किस्मत

सुहागन सी न थी।।

 

अंजु गुप्ता

*तायफ़ा – तवायफ

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed