मातृभाषा दिवस
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा
21 फ़रवरी को
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
मनाया जाता है ।
वह भाषा
जो हमारे
सुख-दुःख ,
ख़ुशी-गम आदि
जगहों पर
अपने-आप
निकल आती है,
लेकिन सोशल मीडिया के
इस युग में
जब शहरी-पीढ़ी
बाहर से पढ़ाई
या जॉब कर आती हैं,
तो वह ‘मातृभाषा’ को
बोलते ही नहीं !
कभी पश्चिमी भाषा का
उपयोग करते
तो कभी कुछ !
ऐसे में लोग उन्हें
घमंडी या कुछ अन्य
उपाधियों से भी
विभूषित कर देते हैं !
क्यों न हम सिर्फ
21 फ़रवरी को ही नहीं,
अपितु हर दिन
हमारे अपनों से
मातृभाषा में बात करें ,
ताकि यह भाषा भी
शान बने ?