बोलो सा -रा-रा- रा
बोलो सा रा रा रा
उड़ते बादल रंग रंगीले , हुई रंगीली दुनियाँ,
बच्चों के सपने रंगीले ,रंग में भीगी दुनियाँ |
बोलो सा रा रा रा
दशों दिशा में रंग के बादल उमड़ घूमड़ कर बरसे
प्रेम रंग भीगे नर – नारी , झूमे जियरा हुलसे |
बोलो सा रा रा रा
बहे प्रेम की गंगा – यमुना , नफ़रत सब बह जाए ,
महर – महर अमराई महके , कोयल फाग सुनाए |
बोलो सा रा रा रा
जीजा – साली भंग चढ़ाए , देवर – भाभी गाये ‘
साजन सजनी हसि -हसि खेलै, ससुरा मन बौराये |
बोलो सा रा रा रा
©मंजूषा श्रीवास्तव “मृदुल”