प्रतिभा और हँसना मरद
हँसना मरद
और पदना घोड़ा
स्वयं में एक मज़ाक है,
विश्व खिलखिलाता दिवस से
हँसना आरम्भ किया,
फिर अभी थोड़ी देर पहले
बंद किया है !
××××
सिर्फ़ 16 वर्ष की आयु में
संपादक बना
और 19 की आयु में
एक राष्ट्रीय
साप्ताहिक अख़बार का
‘संपादन’ कर चुका….
××××
‘प्रतियोगिता दर्पण’ के
‘अखिल भारतीय
हिंदी निबंध प्रतियोगिता’ में
मैंने सम्पूर्ण भारत में
दूसरा स्थान
प्राप्त किया था।
××××
विश्वविद्यालय अनुदान
आयोग की
अंतिम सब्जेक्टिव
राष्ट्रीय पात्रता
परीक्षा के
हिंदी विषय में
तीसरा स्थान
प्राप्त किया था।
××××
माननीय राष्ट्रपति,
भारतरत्न,
न्यायाधीश,
प्रधानमंत्री,
राज्यपाल,
मुख्यमंत्री
इत्यादि गणमान्यों से
पुरस्कृत, प्रशंसित
हुआ हूँ !